इस 3 तीन नंबर मे दुनिया और दुनिया की हर चीज समा सकती है और यह इस बात की ओर भी संकेत करती है की इस दुनिया मे कोई गिनती नंबर्स नहीं होते है होती है तो बस 0 जीरो इस जीरो मे से ही सब निकला है और इसी मे ही लय मतलब मिल जाएगा |
इस पूरी दुनिया की हर चीज तीन से डिवाइड मतलब तीन भागो मे तोड़ी जा सकती है, सबको समान्य तोर पर यह लगता है की सिर्फ दो बाते हो सकती है या तो यह या तो वह पर सोचो तो लगता है की तीन बाते होती है कियोंकि तीन ही दर्शाई जाती है लेकिन होती 0 है जो छुपी होती है जो पता करनी पड़ती है हर संख्या मे गहरा राज छुपा होता है 0123456789। जेसे की हम तीन नंबर मे छिपे राज को जानने की कोसिश करते है...
जेसे की आपने नंबर सिस्टम पढ़ा होगा इसमे भी तीन ही छीजे होती है : + 0 -
बस येही तीन छीजे है इस यूनिवर्स मे अगर कोई चोथी चीज है इस यूनिवर्स मे तो वह गुप्त है वोह ही रहस्य बानए रखती है हर चीज का।
उधारण के तोर पर इस दुनिया मे सभी चिजे है : 1 गुड 2 ऐवरेज 3 बेस्ट । 1 हाई 2 मीडियम 3 लो ।
1 गरम 2 समान्य 3 ठंडा । 1 पास 2 यही पर 3 दूर । 1 अमीर लोग 2 मिडिल क्लास लोग 3 गरीब लोग ।
1 bमहंगा 2 रिसनेबल 3 सस्ता । 1 बहुत जरूरी 2 गैर जरूरी 3 जरूरी । 1 तेज गति 2 सामान्य 3 मंद गति ।
इन सबमे गौर करने वाली बात यह हाई की यह सभी +0- को प्रदर्शित करती है जो इन सबमे नंबर 1 है वो है (+)
और जो नंबर 2 है वो है (0) और जो नंबर 3 है वो है (-)
ये सभी + और - दोनों जीरो (0) से ही निकले है और ये दोनों ही अनंत है कोई चीज कितनी प्लस plus (+) मे जा सकती है और कोई चीज कितने माइनस minus (-) मे जा सकती है इसका कोई अंदाजा नहीं है पर हो सकता है की + - अगर ये दोनों का कोई अंत है तो वो शायद जीरो ही होगा ।
तीन रंग मिलकर जो है रेड , ग्रीन , ब्लू (Red , Green, Blue) सारे रंग बनाने की योग्यता रखते है । प्रिंटिंग मशीन मे ये ही तीन रंग मिलकर सभी कलर को प्रिंट कर देते है ।
हर चीज का एक 1स्टार्ट प्वाइंट , 2 मिड प्वाइंट और 3 एंड प्वाइंट होता है और मिड प्वाइंट 0 होता है । स्टार्ट और मिड प्वाइंट के आधार पर ही मिड प्वाइंट निकलता है । स्टार्ट मतलब (+) मिड मतलब (0) और एंड प्वाइंट मतलब (-) मिड प्वाइंट तब ही फिक्स हो पता है जब स्टार्ट और एंड प्वाइंट पता हो या निर्धारित हो ।
ये जीरो 0 बदलता रहता है ये प्लस, माइनस की सेर करता रहता है येही समय है। और हम समय बचाने मे लगे रहते है समय के आधार पर ही हमारे सारे काम निर्भर करते है । इस दुनिया मे जितनी भी तरक्की आई है वो हमारे सोलर सिस्टम यानि समय की वजह से आई है । पूरा यूनिवर्स गतिमान है उसका असर हर चीज पर होता है हर चीज का हर चीज पर असर होता है । \
राम शब्द मे र है (+) और म है (-) और आ का डांडा है (0) और जीरो काउंट नहीं होता इसलिए कहते है दो अक्क्षर का प्यारा नाम राम
सही मायनों मे नंबर्स होते ही नहीं है न ज्यादा न कम केवल मीडियम होता हो और उसको परिभाषित करना बहुत मुश्किल है कियोंकि येही जीरो 0 है ये गतिमान है कियोकी ये गतिमान है इसका आकडा लगाने के लिए ही + और - का आविष्कार हुआ । ये ही समय है और ये गतिमान है समय एकता है जिसने सबकुछ का वजूद बनाए रखा है इसके बिना हमारा कोई वजूद नहीं है किसी भी चीज का कोई मतलब नहीं है ये जीरो है , समय है और शायद येही भगवान है । जिसको ये सारा संसार मानता तो है पर अपने स्वार्थ के लिए पर कोई जानना नहीं चाहता है और जानना आसान भी नहीं है कियोंकि हम संसार सागर मे बुरी तरह से डूब चुके है फंस चुके है हमे उसको जानने का वक़्त नहीं है जो हमारे अंदर और बाहर है जो हमसे 1 इंच भी दूर नहीं है बल्कि हम सबसे जुड़ा हुआ है हर जगह है ये पूरी कायनात पूरी यूनिवर्स उस परम ईश्वर की काया है उससे अलग किसी चीज की कोई कल्पना भी नहीं है एक कण भी उससे अलग नहीं है उसमे ही सब समाया है, हम सभी उसमे वास करते है और ये उसी परमेश्वर की माया है ।
इस पूरी दुनिया की हर चीज तीन से डिवाइड मतलब तीन भागो मे तोड़ी जा सकती है, सबको समान्य तोर पर यह लगता है की सिर्फ दो बाते हो सकती है या तो यह या तो वह पर सोचो तो लगता है की तीन बाते होती है कियोंकि तीन ही दर्शाई जाती है लेकिन होती 0 है जो छुपी होती है जो पता करनी पड़ती है हर संख्या मे गहरा राज छुपा होता है 0123456789। जेसे की हम तीन नंबर मे छिपे राज को जानने की कोसिश करते है...
जेसे की आपने नंबर सिस्टम पढ़ा होगा इसमे भी तीन ही छीजे होती है : + 0 -
बस येही तीन छीजे है इस यूनिवर्स मे अगर कोई चोथी चीज है इस यूनिवर्स मे तो वह गुप्त है वोह ही रहस्य बानए रखती है हर चीज का।
उधारण के तोर पर इस दुनिया मे सभी चिजे है : 1 गुड 2 ऐवरेज 3 बेस्ट । 1 हाई 2 मीडियम 3 लो ।
1 गरम 2 समान्य 3 ठंडा । 1 पास 2 यही पर 3 दूर । 1 अमीर लोग 2 मिडिल क्लास लोग 3 गरीब लोग ।
1 bमहंगा 2 रिसनेबल 3 सस्ता । 1 बहुत जरूरी 2 गैर जरूरी 3 जरूरी । 1 तेज गति 2 सामान्य 3 मंद गति ।
इन सबमे गौर करने वाली बात यह हाई की यह सभी +0- को प्रदर्शित करती है जो इन सबमे नंबर 1 है वो है (+)
और जो नंबर 2 है वो है (0) और जो नंबर 3 है वो है (-)
ये सभी + और - दोनों जीरो (0) से ही निकले है और ये दोनों ही अनंत है कोई चीज कितनी प्लस plus (+) मे जा सकती है और कोई चीज कितने माइनस minus (-) मे जा सकती है इसका कोई अंदाजा नहीं है पर हो सकता है की + - अगर ये दोनों का कोई अंत है तो वो शायद जीरो ही होगा ।
तीन रंग मिलकर जो है रेड , ग्रीन , ब्लू (Red , Green, Blue) सारे रंग बनाने की योग्यता रखते है । प्रिंटिंग मशीन मे ये ही तीन रंग मिलकर सभी कलर को प्रिंट कर देते है ।
हर चीज का एक 1स्टार्ट प्वाइंट , 2 मिड प्वाइंट और 3 एंड प्वाइंट होता है और मिड प्वाइंट 0 होता है । स्टार्ट और मिड प्वाइंट के आधार पर ही मिड प्वाइंट निकलता है । स्टार्ट मतलब (+) मिड मतलब (0) और एंड प्वाइंट मतलब (-) मिड प्वाइंट तब ही फिक्स हो पता है जब स्टार्ट और एंड प्वाइंट पता हो या निर्धारित हो ।
ये जीरो 0 बदलता रहता है ये प्लस, माइनस की सेर करता रहता है येही समय है। और हम समय बचाने मे लगे रहते है समय के आधार पर ही हमारे सारे काम निर्भर करते है । इस दुनिया मे जितनी भी तरक्की आई है वो हमारे सोलर सिस्टम यानि समय की वजह से आई है । पूरा यूनिवर्स गतिमान है उसका असर हर चीज पर होता है हर चीज का हर चीज पर असर होता है । \
राम शब्द मे र है (+) और म है (-) और आ का डांडा है (0) और जीरो काउंट नहीं होता इसलिए कहते है दो अक्क्षर का प्यारा नाम राम
सही मायनों मे नंबर्स होते ही नहीं है न ज्यादा न कम केवल मीडियम होता हो और उसको परिभाषित करना बहुत मुश्किल है कियोंकि येही जीरो 0 है ये गतिमान है कियोकी ये गतिमान है इसका आकडा लगाने के लिए ही + और - का आविष्कार हुआ । ये ही समय है और ये गतिमान है समय एकता है जिसने सबकुछ का वजूद बनाए रखा है इसके बिना हमारा कोई वजूद नहीं है किसी भी चीज का कोई मतलब नहीं है ये जीरो है , समय है और शायद येही भगवान है । जिसको ये सारा संसार मानता तो है पर अपने स्वार्थ के लिए पर कोई जानना नहीं चाहता है और जानना आसान भी नहीं है कियोंकि हम संसार सागर मे बुरी तरह से डूब चुके है फंस चुके है हमे उसको जानने का वक़्त नहीं है जो हमारे अंदर और बाहर है जो हमसे 1 इंच भी दूर नहीं है बल्कि हम सबसे जुड़ा हुआ है हर जगह है ये पूरी कायनात पूरी यूनिवर्स उस परम ईश्वर की काया है उससे अलग किसी चीज की कोई कल्पना भी नहीं है एक कण भी उससे अलग नहीं है उसमे ही सब समाया है, हम सभी उसमे वास करते है और ये उसी परमेश्वर की माया है ।
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